रायपुर raipur। बेरोजगारों को नौकरी की कितनी आश है, यह इस बात से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठग ने शासकीय नौकरी लगवाने, ट्रांसफर कराने के नाम पर एक-दो नहीं बल्कि 20 लोगों को एक साथ ठग कर लाखों का वारा-न्यारा कर लिया। पूरा मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है। आरोपी ने 20 लोगों को अपने झांसे में लेकर 60 लाख 59 हजार रुपये की ठगी की है।
ठगी की सूचना के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है। बता दें कि लोगों को सरकारी नौकरी का ख्वाब दिखाकर उनसे लाखों की ठगी को अंजाम देने वाले शातिर ठग का नाम केशव प्रसाद बंजारे है। राजेंद्र नगर थाना में पीडि़त संदीप कुमार बंजारे ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त ने पुलिस को बताया कि वह बलौदा बाजार-भाठापारा जिले के पलारी का रहने वाला है। उसके मामा राजधानी रायपुर के महावीर नगर रायपुर में रहते है, जहां उसका आना-जाना लगा रहता है। अमलीडीह में रहने वाली उसके मामी की सहेली मीना बंजारे ने उसे बताया कि उन्होंने उसके पड़ोस में रहने वाले केशव प्रसाद बंजारे को ट्रांसफर करवाने के लिए डेढ़ लाख रुपये दिए हैं। पीडि़त ने बताया कि मीना बंजारे ने उसके सामने यह दावा भी किया कि केशव की राजनीतिक पहुंच के कारण वह उसे जिला एवं सत्र न्यायालय मुंगेली में चपरासी के पद पर नौकरी दिलवा सकता है। इसके लिए उसे सात लाख रुपये देने होंगे। पीडि़त ने मीना की बात मानकर केशव से संपर्क किया। इस दौरान उसने पीडि़त संदीप को भरोसे में लेने के लिए महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर द्वारा जारी भर्ती विज्ञापन भी दिखाया, जिसे देखकर संदीप ने आवेदन भी भर दिया। संदीप ने बताया कि उसकी मां राजधानी के नगर निगम में कार्यरत है, जिसने बेटे की नौकरी के लिए चार लाख रुपये लोन और अन्य लोगों से कर्ज लेकर सात लाख रुपये की व्यवस्था की थी, जिसे उसने केशव प्रसाद को दे दिया। पैसे लेने के बाद आरोपी ने संदीप को एक महीने के भीतर नौकरी लग जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद महीनेभर का समय बीत जाने के बावजूद जब नौकरी को लेकर कोई प्रक्रिया नहीं हुई तो संदीप ने केशव को फोन लगाया लेकिन उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद उसने जब अन्य पीडि़तों से पता किया तोह उन्होंने भी ठगी की पुष्टि की। इसके बाद पीडि़त ने थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
ये हुए ठगी के शिकार :-
गणेश राम साय से नौकरी के नाम पर नौ लाख रुपये, चुम्मन साहू से एक लाख 89 हजार रुपये, अनिल लहरे से 85 हजार रुपये, डेविश ढीढी से दो लाख 75 हजार रुपये, प्रमोद नवरंग से दो लाख 90 हजार रुपय,
मनीष श्रीवास्तव से एक लाख 70 हजार रुपये, देवानंद जांगडे से डेढ़ लाख रुपये, प्रियंका ढीढी से तीन लाख रुपये, डेमशन ढीढी से तीन लाख रुपये, प्रमोद लहरे से एक लाख रुपये, मुन्ना लाल बघेल से डेढ़ लाख रुपये, हेम किरण से तीन लाख रुपये, मीनू जाटवर से 90 हजार रुपये, सावित्री सोनवानी से डेढ़ लाख रुपये, राजकुमार कुर्रे से दो लाख रुपये, आफीया खान से डेढ़ लाख रुपये, शशी अनंत से डेढ़ लाख रुपये,ओकेश कांत से साढ़े चार लाख रुपये।