वाराणसी varansi। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में इमरजेंसी के बाहर नर्सिंग स्टाफ ने तीव्र विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि अत्यधिक कार्यभार और मानसिक तनाव के कारण उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विरोध प्रदर्शन की आग तब भड़की जब 29 वर्षीय नर्सिंग स्टाफ खेमचंद सैनी, जो भरतपुर का निवासी था, की आकस्मिक मौत हो गई। खेमचंद सैनी की मौत सीसीयू में ड्यूटी के दौरान बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने से हुई। उनकी मौत के बाद नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल प्रशासन पर अत्यधिक काम का दबाव डालने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि वर्तमान में 17 मरीजों पर केवल एक नर्सिंग स्टाफ कार्यरत है, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति बेहद खराब हो रही है।
प्रदर्शनकारी नर्सिंग स्टाफ ने मृतक खेमचंद सैनी के परिवार को मुआवजे की मांग की है और साथ ही उनके कार्यभार को कम करने की भी माँग की। उनका कहना है कि अत्यधिक काम के कारण वे सभी डिप्रेशन में जा रहे हैं, और अगर समय पर प्रशासन ने इस समस्या को हल नहीं किया, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम मौके पर पहुँचकर स्थिति को समझने में जुटी है। अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन विरोध की गूंज और तीव्रता को देखते हुए जल्द ही कोई ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद है।