सूरजपुर surajpur। ग्राम तिलसिवां निवासी वेद प्रकाश ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि सूर्योदय अपार्टमेंट के सामने अपनी मोटर सायकल स्पेलेण्डर प्लस नंबर बीआर 33 जेड 2923 को खड़ा किया था उसके अगले दिन देखा कि मोटर सायकल वहां नहीं है कोई अज्ञात चोर मोटर सायकल चोरी कर ले गया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 303(2), 3(5) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना मिलते ही डीआईजी वं एसएसपी एम.आर.आहिरे ने चोरी का खुलासा कर आरोपी को जल्द पकडऩे के कड़े निर्देश दिए। सूरजपुर की पुलिस विवेचना कर आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच मुखबीर से सूचना मिला कि कुछ लोग चोरी किए मोटर सायकल को बिक्री करने की फिराक में ग्राहक तलाशते घुम रहे है। प्राप्त सूचना के आधार पर दबिश देकर पुलिस ने 1 व्यक्ति व 4 विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक को पकड़ा। पूछताछ पर पांचों ने बताया कि सभी एक साथ मिलकर करीब 2 माह पूर्व कांसाबेल जशपुर से सफेद रंग का एक्टिवा स्कूटी, करीब 2 माह पूर्व अम्बिकापुर घड़ी चौक के पास से काले रंग की पल्सर 150 मोटर सायकल, करीब 3 माह पूर्व ग्राम पर्री सूरजपुर से काले रंग की पल्सर 150 मोटर सायकल, करीब 3 माह पूर्व अम्बिकापुर से जशपुर जाने वाली रोड़ अम्बिकापुर से 10 किलोमीटर आगे से एक टीव्हीएस अपाचे 160 काले रंग की मोटर सायकल, करीब 3 माह पूर्व की सूरजपुर स्थित सरकारी अस्पताल से एक काले रंग की स्प्लेण्डर मोटर सायकल, करीब 4 माह पूर्व ग्राम सिलफिली से एक काले रंग की आर-15 यामाहा मोटर सायकल, करीब 4 माह पूर्व बगीचा से टीव्हीएस अपाचे 160 मोटर सायकल, करीब 6 माह पूव ग्राम उंचडीह से एक काले रंग का पल्सर एन 160 मोटर सायकल तथा करीब एक सप्ताह पहले ग्राम पटना कोरिया से सफेद रंग का पल्सर एनएस 200 मोटर सायकल तथा ग्राम पचिरा के सूर्यादय अपार्टमेंट से स्पेलेण्डर प्लस मोटर सायकल को चोरी कर आपस में बांट लेना बताए। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी की कुल 10 मोटर सायकल कीमत 10 लाख रूपये का बरामद कर आरोपी भूपेन्द्र सिंह नवापारा को गिरफ्तार किया गया। वहीं मामले के 4 विधि विरूद्व संघर्षरत् बालकों को विधि अनुसार किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विमलेश दुबे, एसआई विवेक खलखो, प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिब शेख, आरक्षक रामकुमार नायक, हरिशंकर सिंह, लक्ष्मी नारायण मिर्रे, रविराज पाण्डेय सक्रिय रहे।