कोरोना काल के दौरान बन्द ट्रेनो के पुनः ठहराव की मांग।
सांसद ज्योत्स्ना महंत ने किया आश्वस्त।
खबरों का तांडव, हरिओम पाण्डेय, एमसीबी। अम्बिकापुर-अनूपपुर रेल मार्ग पर स्थित दर्रीटोला रेलवे स्टेशन में कोरोना काल के बाद से ट्रेनों का ठहराव ना होना कई दिक्कतों का कारण बन गया है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे करीब स्टेशन होने के बावजूद दर्रीटोला रेलवे प्रशासन तथा केंद्र सरकार के अनदेखी के कारण इस स्टेशन पर निर्भर हजारों लोग लंबे समय से दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है की यहां से रोजाना लगभग हजारों यात्री ट्रेनों में सफर करते हैं। कोरोना काल के बाद दर्रीटोला में ट्रेन का ठहराव नही हो रहा है जिसके कारण पिछले तीन सालों से ट्रेन पकड़ने के लिए 10किलोमीटर दूर बैकुंठपुर रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। बरबसपुर के लोग रेलवे प्रशासन से ट्रेनों के ठहराव के लिए कई बार गुहार लगा चुके है। लेकिन केंद्र सरकार को दर्रीटोला और बरबसपुर की जनता सहित रेलकर्मी और उनके परिजनों की समस्या नजर नहीं आ रही है। बरबसपुर के दर्रीटोला में कोरोना काल के दौरान बन्द ट्रेनो के पुनः ठहराव के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने 22 अगस्त को बैकुण्ठपुर रोड में ट्रेन के ठहराव की मांग की थी जिसके बाद मनेन्द्रगढ़ के पूर्व सासंद प्रतिनिधि राजकुमार जैन के नेतृत्व में रविवार को क्षेत्र की सांसद ज्योतसना चरण दास महंत से रायपुर आवास में मुलाकात कर मांग की गई है जिस पर उन्होंने जल्द ही ट्रेन के ठहराव कराने आश्वस्त किया। इस दौरान बरबसपुर सरपंच सावन कुमार, समाजसेवी युग अग्रवाल, अनूप अग्रवाल सीताशरण मौजूद रहे।