सरकारी चना, चावल की कालाबाजारी, अफसरों की मिली भगत से चल रहा पूरा खेल।
खबरों का तांडव, हरिओम पाण्डेय। छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले में सरकारी चना और चावल की जमकर कालाबाजारी हो रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है खाद्य विभाग के अधिकारी ही सेल्समेनों के साथ सांठगांठ के माध्यम से चना चावल की कालाबाजारी करने में भूमिका निभा रहे हैं। आश्चर्य तो इस बात का है की चिरमिरी के डोमनहिल पीडीएस दुकान में एक सप्ताह में दूसरी बार कालाबाजारी करते चावल पकड़ा गया है। जिससे साफ पता चलता है बिना खाद्य विभाग से मिली भगत के बिना ऐसा नहीं हो सकता।
आपको बता दें सार्वजनिक वितरण प्रणाली में मिलने वाले राशन की जमकर कालाबाजारी हो रही है। चिरमिरी में खाद्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसमे तहसीलदार, खाद्य विभाग और पुलिस टीम ने मौके पर पहुँच कर तीन पिकअप में लदे चावल और 10 बोरी चना को डोमनहिल चिरमिरी की पीडीएस दुकान से जप्त किया है।
शशि शेखर मिश्रा, तहसीलदार
पूरे एमसीबी जिले में पी डी एस दुकानों से चावल, चना और शक्कर की जमकर कालाबाजारी की जा रही है। दुकान में खाद्य विभाग की नियमित जांच नही होने के कारण संचालकों के हौसले बुलंद है कार्यवाही नही होने की वजह से वे लोग बेखौफ अपने काम को अंजाम दे रहे है।
हाल ही में चिरमिरी के पीडीएस दुकानों में हुई कार्यवाही से ये समझा जा सकता है की राशन दुकानों में चावल, चना की जमकर कालाबाजारी हो रही है। लोगों का मानना है की खाद्य विभाग और पीडीएस दुकान संचालक की सांठ गांठ के बिना ये संभव नही है। पीडीएस की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सतत और सख्त कार्रवाई किए जाने चाहिए। किसी प्रकार से अधिकारियों की लापरवाही मिली तो उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाना चाहिए तभी गरीब को उसका चावल, चना मिल पाएगा।